हर साल इनकम टैक्स फाइल करना हर टैक्सपेयर की ज़िम्मेदारी होती है। लेकिन कौन सा ITR फॉर्म आपके लिए सही है — यही सबसे बड़ा सवाल होता है। खासकर अगर आप सैलरीड हैं या फ्रीलांसर/स्वरोजगार में हैं तो सबसे ज़्यादा कन्फ्यूजन होता है ITR 1 vs ITR 4 के बीच।
इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि ITR 1 और ITR 4 में क्या अंतर है, कौन इन फॉर्म्स को भर सकता है, और 2025 में इसे ऑनलाइन कैसे फाइल करें — पूरी जानकारी हिंदी में और आसान भाषा में।
ITR 1 vs ITR 4 – क्या है अंतर?
विशेषता | ITR 1 (सहज) | ITR 4 (सुगम) |
---|---|---|
किसके लिए है | सैलरीड/पेंशन वाले, एक हाउस प्रॉपर्टी, अन्य स्रोतों से आय | स्वरोजगार, बिज़नेस, फ्रीलांसर, प्रोफेशनल्स |
आय सीमा | ₹50 लाख तक | ₹50 लाख (प्रोफेशन) / ₹2 करोड़ (बिज़नेस) तक |
कौन भर सकता है | रेजिडेंट इंडिविजुअल (HUF और कंपनी नहीं) | रेजिडेंट इंडिविजुअल, HUF, फर्म (LLP नहीं) |
इनकम का स्रोत | सैलरी, पेंशन, FD इंटरेस्ट आदि | बिज़नेस/प्रोफेशनल इनकम (Presumptive Scheme) |
ऑडिट की आवश्यकता | नहीं | यदि Presumptive taxation के बाहर जाएं तो हां |
फॉर्म का प्रकार | सरल, न्यूबी फ्रेंडली | थोड़ा तकनीकी, पर आसान |
ITR 1 कौन भर सकता है? (Eligibility for ITR 1)
ITR 1 (सहज) उनके लिए है जिनकी आय निम्नलिखित स्रोतों से हो:
-
सिर्फ सैलरी या पेंशन
-
एक हाउस प्रॉपर्टी (किराये से इनकम या खाली घर)
-
सेविंग्स या FD से ब्याज
-
कुल आय ₹50 लाख से कम हो
-
कृषि आय ₹5000 से अधिक नहीं हो
🚫 ITR 1 नहीं भर सकते अगर:
-
एक से ज़्यादा हाउस प्रॉपर्टी हो
-
कैपिटल गेन (शेयर या प्रॉपर्टी बेचने से लाभ) हो
-
प्रोफेशनल या फ्रीलांस इनकम हो
-
टैक्स ऑडिट की ज़रूरत हो
-
विदेश में संपत्ति हो या इनकम हो
ITR 4 कौन भर सकता है? (Eligibility for ITR 4)
ITR 4 (सुगम) उन व्यक्तियों के लिए है जिनकी आय निम्नलिखित है:
-
बिज़नेस या प्रोफेशनल इनकम Presumptive Taxation Scheme (44AD, 44ADA, 44AE) के तहत
-
कुल इनकम ₹50 लाख से कम (प्रोफेशनल) या ₹2 करोड़ से कम (बिज़नेस)
-
सैलरी + प्रोफेशनल इनकम दोनों हो सकते हैं
Presumptive Scheme क्या है?
अगर आप छोटा व्यवसाय करते हैं या फ्रीलांसर हैं, तो आपको अकाउंटिंग डिटेल्स नहीं देनी होती। अनुमानित लाभ मानकर सरकार टैक्स लगाती है।
ITR 4 नहीं भर सकते अगर:
-
LLP हो या कंपनी हो
-
कैपिटल गेन हो
-
विदेशी आय या संपत्ति हो
-
टैक्स ऑडिट की जरूरत हो
ITR 1 vs ITR 4 – विस्तार से तुलना (Detailed Comparison)
1. इनकम का स्रोत
-
ITR 1: सिर्फ सैलरी, FD ब्याज, एक हाउस प्रॉपर्टी
-
ITR 4: बिज़नेस, प्रोफेशनल इनकम, फ्रीलांसिंग
2. फॉर्म की जटिलता
-
ITR 1: सबसे आसान
-
ITR 4: थोड़ा तकनीकी पर ऑनलाइन में सुगम
3. ऑडिट और बुक्स की जरूरत
-
ITR 1: नहीं
-
ITR 4: नहीं, अगर Presumptive में हैं
4. Tax Slab का उपयोग
दोनों ही New और Old Tax Regime को सपोर्ट करते हैं।
किन लोगों के लिए कौन सा ITR बेहतर है?
प्रोफ़ाइल | सही ITR |
---|---|
सिर्फ सैलरी वाले | ITR 1 |
सैलरी + FD ब्याज | ITR 1 |
हाउस रेंट + सैलरी | ITR 1 |
फ्रीलांसर (Digital Marketer, Designer आदि) | ITR 4 |
दुकानदार/छोटा व्यापारी | ITR 4 |
डॉक्टर/CA/कंसल्टेंट | ITR 4 |
2025 में ITR 1 या ITR 4 फाइल कैसे करें?
यहां क्लिक करें: 👉 2025 में ITR कैसे भरें – पूरी गाइड
सामान्य स्टेप्स:
-
www.incometax.gov.in पर जाएं
-
लॉगिन करें या नया अकाउंट बनाएं
-
“e-File” सेक्शन में जाएं
-
“Income Tax Return” पर क्लिक करें
-
फॉर्म चुने – ITR 1 या ITR 4
-
Online या Offline मोड चुनें
-
सभी डिटेल्स भरें
-
बैंक डिटेल्स, टैक्स पेमेंट और डिक्लेरेशन दें
-
फॉर्म को Review और Submit करें
-
ई-Verification करें (Aadhaar OTP या Net Banking)
ज़रूरी दस्तावेज ITR 1 और ITR 4 के लिए
दस्तावेज | ITR 1 | ITR 4 |
---|---|---|
PAN Card | ✔️ | ✔️ |
Aadhaar Card | ✔️ | ✔️ |
फॉर्म 16 (सैलरी वालों के लिए) | ✔️ | ❌ |
बैंक स्टेटमेंट | ✔️ | ✔️ |
TDS प्रमाणपत्र | ✔️ | ✔️ |
व्यावसायिक रसीदें | ❌ | ✔️ |
व्यापार आय डिटेल्स | ❌ | ✔️ |
आम गलतियां जो ITR 1 और ITR 4 भरते समय होती हैं
-
गलत ITR फॉर्म चुनना (सैलरी + फ्रीलांस → ITR 4)
-
बैंक डिटेल्स में गलती
-
Advance Tax या TDS को अपडेट ना करना
-
फॉर्म भरने के बाद Verification ना करना
-
कृषि आय गलत तरीके से रिपोर्ट करना
Pro Tips for Filing ITR 1 vs ITR 4
-
हमेशा AIS और 26AS को Verify करें
-
अगर Freelance इनकम है तो ITR 4 ही भरें
-
HRA या अन्य छूट का क्लेम तभी करें जब दस्तावेज हों
-
Refund क्लेम सही से करें – बैंक अकाउंट प्रीवैलिडेट होना चाहिए
Presumptive Tax Scheme (ITR 4) का फायदा
सेक्शन | लाभ |
---|---|
44AD | छोटे व्यापारियों के लिए (8% या 6% टैक्स मान लिया जाता है) |
44ADA | प्रोफेशनल्स (जैसे डॉक्टर, आर्किटेक्ट) के लिए (50% इनकम टैक्सेबल मानी जाती है) |
44AE | ट्रांसपोर्ट बिजनेस वालों के लिए (प्रति वाहन तय इनकम मानी जाती है) |
ITR 1 vs ITR 4 – 2025 की डेडलाइन
प्रकार | अंतिम तारीख |
---|---|
बिना ऑडिट केस (ITR 1/ITR 4) | 31 जुलाई 2025 |
ऑडिट केस (ITR 4 में Non-Presumptive) | 31 अक्टूबर 2025 |
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले सवाल -ITR 1 vs ITR 4
Q1. क्या मैं सैलरी और फ्रीलांस इनकम दोनों के लिए ITR 1 भर सकता हूं?
❌ नहीं, आपको ITR 4 भरना होगा।
Q2. क्या ITR 4 सिर्फ व्यापारी भर सकते हैं?
✅ नहीं, प्रोफेशनल्स, फ्रीलांसर और छोटे सर्विस प्रोवाइडर भी भर सकते हैं।
Q3. ITR 4 में अकाउंट की जरूरत है?
❌ Presumptive Tax Scheme के तहत नहीं।
Q4. क्या मैं ITR 1 से ज्यादा टैक्स सेव कर सकता हूं?
💡 टैक्स सेविंग आपके इनकम और डिडक्शन पर निर्भर करता है, न कि फॉर्म पर।
Q5. अगर गलत ITR फॉर्म भर दूं तो क्या होगा?
⚠️ रिटर्न रद्द हो सकता है। Notice आ सकता है।
निष्कर्ष (Conclusion) -ITR 1 vs ITR 4
ITR 1 vs ITR 4 का चयन आपकी आय के स्रोत पर निर्भर करता है। अगर आप केवल सैलरी पाते हैं, तो ITR 1 आपके लिए है। लेकिन अगर आप स्वरोजगार, फ्रीलांसिंग या प्रोफेशनल सर्विस देते हैं, तो ITR 4 बेहतर रहेगा। सही ITR फॉर्म का चुनाव करके आप टैक्स से जुड़ी दिक्कतों से बच सकते हैं और जल्दी रिफंड भी पा सकते हैं।
2025 में सही टैक्स फाइलिंग करके अपने वित्तीय भविष्य को सुरक्षित बनाएं।